मध्यप्रदेश ने पहली बार रणजी ट्रॉफी 2021-22 का खिताब जीता
- 26 जून, 2022 को मध्य प्रदेश ने 41 बार की चैंपियन मुंबई को हराकर रणजी ट्रॉफी 2021-22 का खिताब जीता है। मध्यप्रदेश की टीम ने पहली बार यह टूर्नामेंट जीता है। बेंगुलुरू के एम चिन्नास्वामी में खेले गए फाइनल मैच में मध्य प्रदेश ने मुंबई को छह विकेट से हराया।
- मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 374 रन बनाए। इसके जवाब में मध्य प्रदेश ने 536 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। दूसरी पारी में मुंबई की टीम ने 269 रन बनाए।
- मध्य प्रदेश के सामने मैच की चौथी पारी में 108 रन का लक्ष्य था। इसे मध्य प्रदेश ने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। इसके साथ ही मध्य प्रदेश रणजी टॉफी जीतने वाली 20वीं टीम बनी।
अन्य बिन्दु
- मध्य प्रदेश के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव और मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ थे।
- प्लेयर ऑफ द मैच- शुभम एम शर्मा
- प्लेयर ऑफ द सीरीज- सरफराज खान
- रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट
- रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट 1934 से खेला जा रहा है। पहला मैच 4 नवंबर 1934 से मद्रास और मैसूर के बीच चेपक ग्राउंड में खेला गया था। इसकी ट्रॉफी पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह द्वारा दान की गई थी। मुंबई ने इस टूर्नामेंट को सबसे ज्यादा 41 बार जीता है।
- 1958-59 से लेकर 1972-73 तक मुंबई की टीम ने लगातार 15 बार खिताब जीता था। 86 साल में पहली बार पिछले साल (2020/21 सीजन) रणजी ट्रॉफी रद्द करनी पड़ी थी। कोरोना की वजह से ऐसा हुआ था।
महाराजा रणजीत सिंह के नाम पर रणजी ट्रॉफी
- रणजी ट्रॉफी का नाम महाराजा रणजीत सिंह के नाम पर रखा गया है। वह 1907 से 1933 तक भारत में नवानगर (वर्तमान में जामनगर) स्टेट के महाराजा रहे थे। महाराजा रणजीत सिंह भारत के पहले क्रिकेटर थे, जिन्हें इंग्लैंड की क्रिकेट टीम से खेलने का मौका मिला था।
- उन्होंने इंग्लैंड के लिए 1896 से 1902 तक 15 टेस्ट मैच खेले। उस वक्त भारत की क्रिकेट टीम नहीं हुआ करती थी। रणजीत सिंह के निधन के बाद 1934 में उनके नाम पर भारत में घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी की शुरुआत हुई।
